Category: विधाएँ

काली कार के गोरे लोग

♦  चंद्रकांता कक्कड़          कुछ एक बादल आकाश पर मंडरा रहे थे. सारी धरती बेखबर नींद में मस्त थी. क्षण-भर में ही इंद्रदूतों के नाद और हल्की फुहार ने गहन अंधकार को बिजली के प्रचंड प्रकाश से…

आपका स्वागत है

♦ कोनराड हिल्टन           मैं टेक्सास में पैदा नहीं हुआ. लेकिन अमरीका की टेक्सास के गवर्नर मुझे ‘टेक्सन आफ डिस्टिंक्शन’ (विशिष्ट टेक्सासवासी) की मानद उपाधि देना चाहते थे. कारण, मेरा जन्म सान एंटोनियो में हुआ था और…

कवि-कटाक्ष

      कवि इकबाल लहौर में अनारकली में रहते थे. वहां उन दिनों वेश्याओं के कोठे भी थे. फिर म्युनिसिपैलिटी ने वे कोठे वहां से हटवा दिये. इसके बाद की बात है. इकबाल के पुराने मुलाकाती मौलवी इंशा अल्लाह…

निर्भयता का पाठ

♦  डॉ. प्रभाकर माचवे            बचपन की सबसे ‘तीव्र याद’ पानी में डूबने की और मां द्वारा बचाये जाने की है. शायद पांच बरस का था मैं. तब हम रतलाम में रहते थे, जहां त्रिवेणी नाम का…

बचपन की सबसे गहरी याद

♦  देवेंद्र दीक्षित       क्रांति का पाठ      पराधीन भारत की पार्लियामेंट में लोकमत जागृत करने के प्रचंड पुरुषार्थ के परिणाम-स्वरूप सरदार भगत सिंह ने बम फेंका. उनका और उनके वीर साथियों का मुक्ति की बलिवेदी पर करुण बलिदान…