Category: विधाएँ

पाप से परे

♦  गेरहार्ट हाउटमन        ( गेरहार्ट हाउटमन् (1962-1946) आधुनिक जर्मन साहित्य के दिग्गजों में थे. 1912 में वे अपने नाटकों के लिए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित हुए; परंतु मूलतः वे कवि थे. और कवित्वगुण उनके गद्य में भी भरपूर…

रजतपट पर मेरे पचीस वर्ष

♦  बलराज साहनी           फिल्मों में काम करते हुए मुझे पच्चीस वर्ष हो गये हैं. अब तक सवा सौ से ऊपर फिल्मों में काम कर चुका हूं. ऐसे मौके पर जश्न मनाना बहुत उपयुक्त और सौभाग्यपूर्ण समझा…

इंद्रधनुष

♦   निर्मला ठाकुर            … अपनी पत्नी… शिवेन का जन्म… शिवेन के जन्म के कुछ ही दिनों बाद पत्नी की मृत्यु… गौरी बाबू ने एक बकरी खरीद ली थी और एक नौकरानी घर में रख ली…

खिलौना

♦  नारायण गंगोपाध्याय           खोजते-खोजते वेणु उस दुकान पर भी आ पहुंची. सांझ गहरी होती जा रही है. पास के सिनेमा-हाल के सामने मोटरें खड़ी हैं. सामने होटल की दीवार पर नियोन की निर्लज्ज घोषणा- ‘लेट्स गो…

केवल डाक्टर

♦    अयोध्याप्रसाद गोयलीय               चालीस वर्ष पूर्व एक युवक कालेज से डाक्टरी का डिग्री लेने के बाद रायबहादुर मथुरादास पाहुवा के पास उनका आशीर्वाद लेने पहुंचा, तो लाखों मनुष्यों को नेत्र-ज्योति का दान देने…