Category: विधाएँ

साल गुजर जाते हैं

♦   जैकोव सीगल              ‘हेलो…’      ‘हेलो. मैं बड़ा गजब का सेब खा रही हूं.’      ‘क्या कहा?’          ‘गजब का सेब.’      ‘किससे बात करनी है आपको?’      ‘तुमसे.’      ‘तुम कौन हो?’     …

इंटरव्यू मालिकों का

♦  शफीक अहमद सिद्दीकी                असली घी के बारे में शायद इब्राहीम जलीस साहब ने लिखा था कि जिस तरह लोग आजकल इत्र इस्तेमाल करते हैं, उसी तरह आनेवाले जमाने में लोग असली घी का इस्तेमाल…

सबसे अधिक बिक्री वाला उपन्यास

♦  सुखबीर द्वारा प्रस्तुत             12 फरवरी, 1963. न्यूयार्क की जैकलीन सूसन नामक टेलिविजन अभिनेत्री ने टाइपराइटर पर कागज चढ़ाया और अपने दोनों हाथों की तीन उंगलियों से टाइप करती हुई वह एक उपन्यास लिखने लगी. उस…

वनस्पति-लोक का विदूषक

              ♦   डॉ. अंबिका प्रसाद दीक्षित            उच्च श्रेणी के वनस्पति-समुदाय में शायद सबसे अजीब शक्ल-सूरत कैक्टसों की होती है. बहुधा ये कांटों से लदे होते हैं और कभी-कभी अत्यंत खूबसूरत फूल…

उत्तरित प्रश्न

♦    आचार्य रजनीश        प्रश्न- धार्मिक व्यक्ति का व्यावहारिक जीवन किस प्रकार का होता है? उत्तर- पहली बात तो यह है कि धार्मिक व्यक्ति के जीवन में व्यावहारिक और पारमार्थिक ऐसे खंड नहीं होते हैं. धार्मिक जीवन…