♦ सामरसेट माम एक खेल के बीच में मेरी नजर उस पर पड़ा और उसका एक इशारा पाकर मध्यांतर में मैं उसकी ओर चला गया और उसकी बगल में बैठ गया. उससे मेरी मुलाकात हुए बहुत समय बीत…
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मैं टिप नहीं लेता
♦ ग्रिगरी गोरिन मैंने हाथ ऊंचा किया. टैक्सी थम गयी. ‘गुडमार्निंग,’ मैंने ड्राइवर से कहा- ‘माफ करना, मुझे ज्यदा दूर नहीं जाना है, यहीं सैमोटेक्नाया चौक तक… मगर मैं ज़रा जल्दी में हूं…’…
सब्र और सहिष्णुता
♦ कन्हैयालाल कपूर महात्मा बुद्ध से लेकर महात्मा गांधी तक हर दार्शनिक ने सब्र और सहिष्णुता का उपदेश दिया है. उनकी आज्ञा सिर आंखों पर. लेकिन इसका क्या किया जाये कि कभी-कभी ऐसे व्यक्तियों…
चचा घूम-फिर
♦ वजाहत अली संदेलवी मिर्ज़ा बोदम बेग सारे मुहल्ले में ‘चचा घूम-फिर’ के नाम से याद किये जाते थे. उनकी यह उपाधि उनकी इस विशेषता की ओर इशारा था कि वे हर बात को इतना घुमा-फिराकर…
सितारा गुल!
♦ लाजार लागिन किसी जमाने की बात है- वह जमाना न मेरा था, न आपका था, न किसी और का. तब एक वैज्ञानिक था. खगोल शास्त्री. उसका नाम था अहमद. इस अहमद के बारे में…