♦ इंद्रकुमार शर्मा आनन-फानन में अपना राजनीतिक रंग बदल लेने वाले इंसानी गिरगिट इस लेख का विषय नहीं हैं. हम तो उस सच्चे-सादे जीव गिरगिट की चर्चा कर रहे हैं, जिसे इंसान ने अकारण बदनाम कर…
Category: स्तंभ
कवि-कटाक्ष
कवि इकबाल लहौर में अनारकली में रहते थे. वहां उन दिनों वेश्याओं के कोठे भी थे. फिर म्युनिसिपैलिटी ने वे कोठे वहां से हटवा दिये. इसके बाद की बात है. इकबाल के पुराने मुलाकाती मौलवी इंशा अल्लाह…
तिब्बत में हमारे खोजियों के पराक्रम
♦ नरगिस दलाल ‘किसी भी मुगल, हिंदुस्तानी, पठान या फिरंगी को तिब्बत में न आने दिया जाये’ -चीनी सम्राट की आज्ञा थी. सजा थी- मौत. सन 1861 से 1864 के बीच कश्मीर से और लद्दाख…
नयी दिशाएं नये आयाम
♦ केजिता लोग बच्चों से बचने लगे हैं, बचना चाहते हैं. बड़ी गहराई से निरोध के नये-नये तरीकों पर खोज-कार्य जारी है. ‘पिल्स’ की चर्चा हम इस स्तंभ में पहले कर चुके हैं. अब एक सर्वथा…
बाङ्ला देशः एक सचाई
♦ वीना सचदेव बारूद में आग लग चुकी थी. 2 मार्च 1971 को पाकिस्तान के फौजी शासक जनरल याह्या खां ने अलगे दिन शुरू होने वाली पाकिस्तान एसेंबली की बैठक स्थगित करने की घोषणा की…